Gham Shayari is poetry on sadness and sorowness. People read Gham Shayari
when they feel hurt and ignored. Lots of gham Poetry or Gham Shayari can be see here latest gam shayari in hindi font.
Dhoka diya tha jab tumne mujhe,
Dil se main naraz bahut thi,
Phir socha ki dil se tumhe nikal dun,
Magar woh dil bhi tumhare paas tha.
Pal beet jayega waqt gujar jayega,
Bas yaadon bhara yeh safar reh jayega,
Na woh log honge na unki baatein hongi,
Yaad karne ko bas woh lamha reh jayega.
Yeh duniya badi bewafa hai samajhna,
Kahin dil lagane ki koshish na karna.
Mere dosto zindagi ek safar hai samajhna,
Kahin thaher jane ki koshish na karna.
Pyaar ne ye kaisa tohfa de diya,
Mujhko gum ne pathar bana diya,
Teri yaadon mein hi kat gayi ye umar,
Kehta raha tujhe kab ka bhula diya.
Rone Ki Saza hai,Na Rulane Ki Saza Ha,
Yeh Dard Mohabbat Ko Nibhane Ki Saza Hai,
Hanste Hain To Ankhon se ajate hain Aansu,
Yeh Ek Shaks Ko Be-Inteha Chahne Ki Saza Hai..
न वो आ सके न हम कभी जा सके,
न दर्द दिल का किसी को सुना सके,
बस बैठे है यादों में उनकी,
न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके !!
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया,
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने,
यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
Saath chhod kar gam nahi mujhe,
Gam yeh hai tu meri zindagi me aaya kyun,
Pyar ki iss chhoti si bhool ke liye,
Zindagi bhar mujhe rulaya kyun
Kasoor unka nahi jo dhokha diya unhone,
Aadat to hume hi hai dhokhe khane ki,
Tutega dil ek din, jante the hum,
Fir bhi bhul ki unko chahne ki..
न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
Maine zindagi se pucha
Sabko itna dard kyo deti ho.
Zindagi ne has kar jawab diya
Hum to sab ko khusi dete hai,
par ek ki khusi
Dusare ka dard ban jati hai..
जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा है,
हम सच मान कर ऐतबार करते हैं ।
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता|
दिल का हर राज दे दिया उनको मैहरबान समझ कर,
लगाया मौत को गले से हमने,उनका फरमान समझ,कर ,
वो नादान क्या जाने मेरी दीवानगी कि हद को,
कि हर सितम को सहा है हमने उसका अहसान समझकर|
Humne socha tha ki shayad, hum hi chahte hai tumko,
Par tumhe chahne wala to kafila nikla,
Dil ne kaha shikayat kar khuda se,
Par khuda bhi tera chahne wala nikla.
ग़म नहीं ये कि क़सम अपनी भुलाई तुमने,
ग़म तो ये है कि रकीबों से निभाई तुमने,
कोई रंजिश थी अगर तुमको तो मुझसे कहते,
बात आपस की थी क्यूँ सब को बताई तुमने।
Read more at: http://shayarifm.com/gam-bhari-shayari
ग़म नहीं ये कि क़सम अपनी भुलाई तुमने,
ग़म तो ये है कि रकीबों से निभाई तुमने,
कोई रंजिश थी अगर तुमको तो मुझसे कहते,
बात आपस की थी क्यूँ सब को बताई तुमने।
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Yeh duniya badi bewafa hai samajhna,
Kahin dil lagane ki koshish na karna.
Mere dosto zindagi ek safar hai samajhna,
Kahin thaher jane ki koshish na karna.
Pyaar ne ye kaisa tohfa de diya,
Mujhko gum ne pathar bana diya,
Teri yaadon mein hi kat gayi ye umar,
Kehta raha tujhe kab ka bhula diya.
Rone Ki Saza hai,Na Rulane Ki Saza Ha,
Yeh Dard Mohabbat Ko Nibhane Ki Saza Hai,
Hanste Hain To Ankhon se ajate hain Aansu,
Yeh Ek Shaks Ko Be-Inteha Chahne Ki Saza Hai..
न वो आ सके न हम कभी जा सके,
न दर्द दिल का किसी को सुना सके,
बस बैठे है यादों में उनकी,
न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके !!
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया,
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने,
यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
Rone Ki Saza hai,Na Rulane Ki Saza Ha,
Yeh Dard Mohabbat Ko Nibhane Ki Saza Hai,
Hanste Hain To Ankhon se ajate hain Aansu,
Yeh Ek Shaks Ko Be-Inteha Chahne Ki Saza Hai..
न वो आ सके न हम कभी जा सके,
न दर्द दिल का किसी को सुना सके,
बस बैठे है यादों में उनकी,
न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके !!
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया,
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने,
यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
Saath chhod kar gam nahi mujhe,
Gam yeh hai tu meri zindagi me aaya kyun,
Pyar ki iss chhoti si bhool ke liye,
Zindagi bhar mujhe rulaya kyun
Kasoor unka nahi jo dhokha diya unhone,
Aadat to hume hi hai dhokhe khane ki,
Tutega dil ek din, jante the hum,
Fir bhi bhul ki unko chahne ki..
न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
Maine zindagi se pucha
Sabko itna dard kyo deti ho.
Zindagi ne has kar jawab diya
Hum to sab ko khusi dete hai,
par ek ki khusi
Dusare ka dard ban jati hai..
जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा है,
हम सच मान कर ऐतबार करते हैं ।
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता|
दिल का हर राज दे दिया उनको मैहरबान समझ कर,
लगाया मौत को गले से हमने,उनका फरमान समझ,कर ,
वो नादान क्या जाने मेरी दीवानगी कि हद को,
कि हर सितम को सहा है हमने उसका अहसान समझकर|
Humne socha tha ki shayad, hum hi chahte hai tumko,
Par tumhe chahne wala to kafila nikla,
Dil ne kaha shikayat kar khuda se,
Par khuda bhi tera chahne wala nikla.
Kasoor unka nahi jo dhokha diya unhone,
Aadat to hume hi hai dhokhe khane ki,
Tutega dil ek din, jante the hum,
Fir bhi bhul ki unko chahne ki..
न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
Maine zindagi se pucha
Sabko itna dard kyo deti ho.
Zindagi ne has kar jawab diya
Hum to sab ko khusi dete hai,
par ek ki khusi
Dusare ka dard ban jati hai..
जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा है,
हम सच मान कर ऐतबार करते हैं ।
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता|
दिल का हर राज दे दिया उनको मैहरबान समझ कर,
लगाया मौत को गले से हमने,उनका फरमान समझ,कर ,
वो नादान क्या जाने मेरी दीवानगी कि हद को,
कि हर सितम को सहा है हमने उसका अहसान समझकर|
Humne socha tha ki shayad, hum hi chahte hai tumko,
Par tumhe chahne wala to kafila nikla,
Dil ne kaha shikayat kar khuda se,
Par khuda bhi tera chahne wala nikla.
ग़म नहीं ये कि क़सम अपनी भुलाई तुमने,
ग़म तो ये है कि रकीबों से निभाई तुमने,
कोई रंजिश थी अगर तुमको तो मुझसे कहते,
बात आपस की थी क्यूँ सब को बताई तुमने।
Read more at: http://shayarifm.com/gam-bhari-shayari
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ग़म नहीं ये कि क़सम अपनी भुलाई तुमने,
ग़म तो ये है कि रकीबों से निभाई तुमने,
कोई रंजिश थी अगर तुमको तो मुझसे कहते,
बात आपस की थी क्यूँ सब को बताई तुमने।
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